Shivratri in Hindi 2023 | Maha Shivratri in Hindi | Shivratri Kya Hai ? जानिए महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है ? [ 500 Words Essay on Shivratri ]
जानिए शिवरात्रि कब और क्यों मनाई जाती है ?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार शिवरात्रि फाल्गुन माह की चतुर्दशी को मनाई जाती है। महाशिवरात्रि पर देशभर के सभी शिवालयों में शिव भक्तों की बहुत भीड़ होती है। इस दिन सभी शिव भक्त भगवान शिव जी और शिवलिंग की पूजा करते है। किन्तु आपको पता है की महा शिवरात्रि क्यों मनाई जाती है ?
Shivratri Kya Hai (शिवरात्रि क्या है) ?
"महाशिवरात्रि वह रात्रि है जिसका शिव तत्व से सम्पूर्ण सम्बन्ध है। यह त्योहार शिव के दिव्य अवतरण का मंगल सूचक त्योहार है। उनके निराकार से साकार रूप में अवतरण की रात्रि ही महाशिवरात्रि कहते है। वह हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार विकारों से मुक्त करके परम सुख शान्ति और ऐश्वर्य प्रदान करते हैं ।"
महाशिवरात्रि से जुड़ी कुछ पौराणिक कथाएं :-
पहली पौराणिक कथा के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर भगवान शिव सबसे पहले शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। इसी कारण से फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान शिव के प्रकाट्य पर्व के रूप में हर वर्ष महाशिव रात्रि के रूप में मनाया जाता है। शिव पुराण के अनुसार शिवजी के निराकार स्वरूप का प्रतीक 'लिंग' है। वहीं स्कंद पुराण में कहा है कि आकाश स्वयं लिंग है, धरती उसका पीठ या आधार है और सब अनंत शून्य से पैदा हो उसी में लय होने के कारण इसे लिंग कहा गया है ।
दूसरी पौराणिक कथा के अनुसार, महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और देवी मां पार्वती का मिलन हुआ था। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर भगवान शिव ने वैराग्य छोड़कर देवी पार्वती के साथ दूसरा विवाह करके अपने पारिवारिक जीवन की शुरुवात की थी। यही कारण है कि हर वर्ष फाल्गुन चतुर्दशी को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की खुशी में महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के भक्त कई स्थानों पर महाशिवरात्रि पर शिव जी की बारात भी निकालते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि पर शिव भक्त व्रत भी रखते है।
वैसे तो ज्यादातर अविवाहिक लड़कियाँ सप्ताह के हर सोमवार को भगवान शिव जी के नाम का व्रत रखती है क्योकि उनका मानना है कि अगर हम व्रत रखेगी तो हमे भगवान शिव जैसा जीवन साथी मिलेगा और कुछ विवाहित औरते अपनी विवाहित जीवन को सुखमय बनाने के लिए भी भगवान शिव के नाम का व्रत रखती है। ऐसा करना बहुत ही अच्छी बात है।
आज भी भगवान शिव और माता पार्वती दोनों कि जोड़ी को सर्वश्रेस्ट माना जाता है और सभी अविवाहिक लड़कियाँ ऐसा ही पति चाहती है।
इसके अलावा महाशिवरात्रि के दिन ही सभी द्वादश ज्योतिर्लिंग प्रगट हुए थे। इस कारण से 12 ज्योतिर्लिंग के प्रगट होने की खुशी में महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है।
Quotes For Shivratri in Hindi (Shivratri Whatsapp Status) :-
2023 में शिवरात्रि कब हैं? When is Shivratri in 2023 ?
2023 में शिवरात्रि 18 फरवरी, शनिवार को है।
महामृत्युञ्जय मंत्र :-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
हर ओर सत्यम-शिवम-सुन्दरम,
हर हृदय में हर-हर हैं,
जड़ चेतन में अभिव्यक्त सतत
कंकर-कंकर में शंकर हैं.
हैप्पी शिवरात्रि – ॐ नमः शिवाय
जड़ चेतन में अभिव्यक्त सतत
कंकर-कंकर में शंकर हैं.
हैप्पी शिवरात्रि – ॐ नमः शिवाय
आओ भगवान शिव को नमन करें,
उनका आशीर्वाद हम सब पर बना रहे.
शिवरात्रि की बधाई – हर हर महादेव
उनका आशीर्वाद हम सब पर बना रहे.
शिवरात्रि की बधाई – हर हर महादेव
लोग कहते हैं अगर हाथों की लकीरें
अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नही होती,
लेकिन हम कहते हैं कि सर पर हाथ
‘महादेव’ का हो तो लकीरों की ज़रूरत नही होती.
Happy Maha Shivratri
अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नही होती,
लेकिन हम कहते हैं कि सर पर हाथ
‘महादेव’ का हो तो लकीरों की ज़रूरत नही होती.
Happy Maha Shivratri