योग पर हिन्दी में निबंध - Yoga Essay in Hindi
योग पर निबंध - Essay of Yoga in Hindi
योग का हमारे जीवन में बहुत महत्व है जिस प्रकार हमारे जीवन में खेलों का महत्व होता है उसी तरह से हमारे जीवन में योग का भी महत्व है आज के समय में योग के बारे में हर व्यक्ति जानता है क्योंकि हर व्यक्ति के पास टीवी है मोबाइल है और वह योग को हर जगह से देख सकता है और उसको सीख सकता है। योग बहुत ही पुराने सालों से चलता रहा है लगभग 5000 साल पहले योग शुरू हुआ था और उस का प्रचलन आज तक चलता आ रहा है और आगे भी चलता रहेगा।
योग शब्द संस्कृत शब्द के युग से बना है। योग का अर्थ होता है जुड़ना योग के अंतर्गत हमारे मानसिक और आध्यात्मिक प्रयास भी शामिल हैं। और आज के समय में योग बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हो गया है स्कूलों व कॉलेजों में बच्चों को योगासन सिखाया जाता है।
योग के फायदे -
जो व्यक्ति योग करता है वह हर प्रकार की बीमारियों से दूर रहता है हमारे पास योग वेद में बहुत सारे लोग शामिल हैं अगर किसी को जो काम है तो उसके लिए ओम विलोम उपयोग है और अगर किसी को कीट की समस्या है तो उसके लिए कपालभाती एक योग है ऐसे ही अन्य और भी लोग हैं जो हमारे शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखते हैं। जो व्यक्ति अपनी दिनचर्या में योगासन को शामिल कर लेता है वह सभी प्रकार की बीमारियों से रहित हो जाता है उसे कोई भी बीमारी नहीं लगती और और योग करने वाला व्यक्ति कभी भी सुस्त नहीं होता ,उसके अंदर कभी आलस नहीं आता और हमेशा वह अपने कार्य को करने के लिए तत्परता चार रहता है ।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है क्योंकि 21 जून एक बहुत ही लंबा दिन होता है और कई देशों में इसका विशेष महत्व है। हमारे भारत में सबसे प्रसिद्ध योग संचालक बाबा रामदेव जी ने 2006 में उत्तराखंड में स्थित हरिद्वार में पतंजलि विश्वविद्यालय को बनाया और आज उन्हीं की देन है कि पूरे भारत में योग दिवस मनाया जाता है और छोटे से लेकर बड़ों तक सभी को योग का ज्ञान दिया गया है यहां तक की स्कूलों में भी बच्चों को योग सिखाया जाता है और करवाया भी जाता है और बच्चों के सिलेबस के साथ योगासन की किताब भी जोड़ दी गई है जिससे सभी बच्चे योगासन सीख सकते हैं और देख कर कर भी सकते हैं।
2006 से लेकर 2013 तक कोई भी योग दिवस नहीं मनाया जाता था परंतु जब से मोदी सरकार आई है तब से यह 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि 2014 में हमारी सरकार ने 21 जून को योग दिवस के रूप में प्रस्ताव रखा और जो कि स्वीकार कर लिया गया तो 2014 से लेकर अब तक 21 जून को योगा दिवस मनाया जाता है।
जो व्यक्ति योग करता है उसके जीवन में कभी दुख नहीं आते और वह अपना जीवन आनंद पूर्वक जीता है और यह हमें बहुत ही अच्छा जीवन जीने योग्य बना देता है और हमारा स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहता है हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है इसलिए अपने जीवन में सुधार लाकर हमें योगासन को अपने जीवन का एक आधार बना लेना चाहिए और हर सुबह उठकर योगासन जरूर करना चाहिए ताकि हम दुख, दर्द व बीमारियों से दूर रहें।
योग करने का सही समय -
योग करने का कोई भी सुनिश्चित समय नहीं है परंतु फिर भी कहा जाता है कि योगासन को हमें सुबह खाली पेट ही करना चाहिए क्योंकि खाली पेट करने से बहुत फायदा मिलता है अगर हम कुछ खाना खाकर योगा करेंगे तो हो सकता है कि योगासन करते समय हमें उल्टी आ जाए या मन खराब हो जाए। इसलिए योगासन को हमेशा सुबह खाली पेट ही करने की कोशिश करें। नहीं तो जब भी समय मिलता है योगासन करना चाहिए योगा करने से एक घंटा पहले और एक घंटा बाद कुछ भी नहीं खाना चाहिए ।