मेरे प्रिय मित्र पर हिन्दी में निबंध - My Best Friend Essay in Hindi
मेरे प्रिय मित्र पर निबंध - Essay of My Best friend in Hindi
मनुष्य जीवन में अनेकों लोगों से मिलता है वह अनेकों लोग कुछ उसके परिवार के होते हैं और कुछ लोग बाहर के होते हैं और कुछ लोग उनको शिक्षा करते समय या कोई काम करते समय मिल जाते हैं तू हमारे जीवन में बहुत से लोग आते हैं और बहुत से लोग चले जाते हैं सभी लोग हमारे मित्र नहीं होते और सभी से हम प्रेम नहीं कर सकते प्रेम हमारा छोटे बड़े के साथ भी होता है और अपने परिवार के साथ भी होता है तो उस प्यार को उस प्रेम को हम मित्रता नहीं बोल सकते क्योंकि मित्रता हमेशा समान आयु और समान विचारधारा वाले व्यक्ति नहीं होता है चाहे वह बच्चों में क्यों ना हो। बूढ़ो में भी क्यों न हो । क्योंकि मित्रता हमेशा अपनी उम्र वाले के साथ ही की जाती है क्योंकि उनमें हमारी विचारधारा से एक समान रहती है।
मित्र का परिचय -
तो ऐसे ही हमारे पड़ोस में एक मेरा मित्र है जिसका नाम रामसिंह है उसकी आयु 14 साल है और उसके पिता का नाम कर्म सिंह है और उसकी माता का नाम शीला है। उसके पिताजी सरकारी कर्मचारी हैं और उसकी माता जी घर पर रहकर घर का कार्य करती है और राम सिंह की छोटी बहन भी है जिसका नाम रेनू है। वह राम सिंह से 2 साल छोटी है मैं उसको अपनी बहन मानता हूं। उसकी बहन भी पढ़ने में बहुत होशियार है और हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त करती है। उनका परिवार बहुत ही अच्छा है उनके माता-पिता भी मुझे बहुत प्यार करते हैं। परंतु वह सिख धर्म से संबंध रखता है और दोस्ती एक ऐसी चीज है वह कभी धर्म नहीं देखती।
रामसिंह हमारे घर भी आता है और मैं उसके घर भी जाता हूं उसका परिवार हमारे सुख-दुख में हमारा साथ देता है मैं एक मुस्लिम धर्म से संबंध रखता हूं परंतु राम सिंह को मेरी मुस्लिम होने से कोई भी परेशानी नहीं है उसकी बहन मुझे राखी बांधी है और मेरी बहन उसको राखी बांधती है वह मेरे त्यौहार को मेरे साथ में मानता है जैसे ईद और मैं उसके त्योहारों को उसके साथ मिलकर बनाता हूं जैसी होली ,दिवाली ,रक्षाबंधन आदि।
जब भी कोई त्यौहार आता है हम दोनों आपस में मिठाई बांटते हैं और आपस में खाते हैं हम मेरा मित्र मुझे बहुत ही प्यारा है और वह पढ़ने में बहुत ही होशियार है वह मेरे ही साथ मेरे स्कूल में मेरी कक्षा में पढ़ता है और हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त करता है और वह सभी अध्यापकों का बहुत ही प्यारा है। मैं कक्षा में दूसरे स्थान पर आता हूं और हम दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त हैं हमारे में कभी भी जाति भेदभाव नहीं आता।
मेरे मित्र की रुचि और मेरी रुचि दोनों समान हैं मुझे भी हिंदी फिल्में पसंद हैं और उसको भी हिंदी फिल्में पसंद हैं हम दोनों एक साथ ही फिल्म देखते हैं और एक साथ ही खेलते हैं और एक साथ ही अपनी पढ़ाई को करते हैं और हमारी फैमिली हमारा पूरा साथ देती है हमें कभी भी रोका नहीं जाता।
राम सिंह जैसा दोस्त को पाकर मैं बहुत खुश हूं। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि रामसिंह मेरा मित्र है ऐसा मित्र आज के समय में मिलना बहुत ही मुश्किल है और अपनी जिंदगी में कोई ना कोई मित्र जरूर होगा और मित्र का होना बहुत ही जरूरी है जोकि सुख दुख में हमारा साथ देता है और हमें ऐसे ही मित्र बनाने चाहिए जो हमारे सुख में और दुख में हमारा साथ दें दोस्त की तो हर कोई कर लेता है परंतु दोस्ती को निभाना सबके बस की बात नहीं होती इसलिए जिसके साथ भी मित्रता करो उसका पूरा साथ देना चहिए।