परिश्रम पर हिन्दी में निबंध - Hard Work Essay in Hindi
परिश्रम पर निबंध - Essay of Hard Work in Hindi
इस संसार में श्रम के बिना कुछ भी संभव नहीं है हम बिना श्रम के कोई भी कार्य को पूर्ण नहीं कर सकते परिश्रम का अर्थ ही है श्रम करना जो व्यक्ति दिन रात मेहनत करके काम करता है उसको हम उसका परिश्रम कहते हैं मनुष्य इस दुनिया में कर्म व भोग दोनों करता है लेकिन कर्म अगर किया जाएगा तभी उसको भोग पाना संभव है। आज का मानव बहुत ही कल्पना वादी हो गया है वह सोचता बहुत कुछ है लेकिन करता कुछ भी नहीं है खाली ख्याली पुलाव बनाने से अपने सपने पूरे नहीं किए जा सकते अगर अपने सपनों को पूरा करना है तो परिश्रम करना पड़ेगा।
किसी भी प्रकार का यतन श्रम हो सकता है परंतु आज का मनुष्य अपना यह बहुमूल्य समय व्यर्थ ई गो आता जा रहा है परिश्रम व्यक्ति वह है जो अपने उद्देश्य को पाने के लिए हमेशा परिश्रम करता रहता है उस व्यक्ति को ही परिश्रमी कहा जाता है। मानव जीवन में कोई ना कोई उद्देश्य जरूर होता है जिसको पाने के लिए हर व्यक्ति प्रयास करता है जैसे कि छोटे बच्चे के लिए उसका उद्देश्य है कि अच्छी शिक्षा प्राप्त करके अच्छे नंबर लेकर पास होना यह उसका उद्देश्य है उस विद्यार्थी को हम परिश्रमी में विद्यार्थी कहते हैं। अगर कोई विद्यार्थी शिक्षा करता है और वह अपना ध्यान शिक्षा में नहीं लगाता तो उस व्यक्ति को परिश्रम श्रेणी में नहीं माना जाता क्योंकि आज के समय में परिश्रम व्यक्ति वही है जो अपने उद्देश्य को पाने के लिए हर समय अपना कठिन से कठिन परिश्रम करता है और अपने समय का सदुपयोग अच्छे कामों में करता है।
परिश्रम के लाभ -
परिश्रम करने की अनेकों लाभ हैं जैसे कि हमने अभी पढ़ा की परिश्रम व्यक्ति वही करता है जिसका जीवन में कोई उद्देश्य होता है परिश्रम से व्यक्ति अपना हां केवल लक्ष्य ही प्राप्त नहीं करता परंतु उसका शरीर उसका मानसिक संतुलन भी ठीक रहता है अगर व्यक्ति परिश्रम नहीं करेगा तो वह अपना समय का दुरुपयोग करेगा उसकी बुद्धि काम करना बंद कर देगी और उसका मन चंचल हो जाएगा और किसी भी काम में उसका मन नहीं लगेगा । इसलिए जो व्यक्ति परिश्रम करता है उसको बहुत ही लाभ मिलता है उसकी बुद्धि तेज होती है और उसका शरीर चुस्त व दुरुस्त रहता है और उसको कोई भी बीमारी नहीं लगती और वह अपनी मंजिल तक जल्दी पहुंच जाता है।
परिश्रम के प्रकार -
हमारे भारत में बहुत तरह के परिश्रम किए जाते हैं जैसे कि छोटे बच्चे छोटे बच्चों का परिश्रम है कि वह अपनी शिक्षा पर ध्यान दें और परिश्रम करके अपने अच्छे अंक लेकर परीक्षा में सफल हो और कुछ परिश्रम हमारे नेताओं के द्वारा किए जाते हैं जैसे हर लोगों को वोट के लिए संबोधित करना । और कुछ लोग अपने लक्ष्य को पाने के लिए परिश्रम करते हैं। कहा जाता है कि परिश्रम ही पूजा है क्योंकि परिश्रम एक लक्ष्य को पाना नहीं होता हर एक परिश्रम पैसा कमाना नहीं होता हमारे भारत में कुछ ऐसे भक्त लोग भी हैं जो भगवान को पाने के लिए अनेकों प्रकार के परिश्रम करते हैं अनेकों प्रकार के पूजा पाठ करते हैं तो यह भी एक प्रकार का परिश्रम है जिसमें लोग भगवान को पाने के लिए सच्चे दिल से परिश्रम करते हैं जो व्यक्ति सच्चा परिश्रम करता है उसे सच्चा महात्मा कहा जाता है।
इसलिए हमें इस सांसारिक जीवन में रहते हुए परिश्रम करना चाहिए और अपने लक्ष्य को पाने के लिए हर समय परिश्रम कार्य करते रहना चाहिए जो व्यक्ति परिश्रम करेगा वह अपने लक्ष्य तक जल्दी पहुंच जाएगा और हमें अपने कीमती समय को व्यर्थ नहीं करना चाहिए बल्कि उसका सदुपयोग करना चाहिए।