रक्तदान पर हिन्दी में निबंध - Blood Donation Essay in Hindi

रक्तदान पर निबंध - Essay of Blood Donation in Hindi





रक्तदान पर निबंध

रक्तदान रक्तदान का अर्थ है किसी को दान देना अब वह दान देने में कुछ भी वस्तु हो सकती है परंतु यह शब्द रक्त एक ऐसा शब्द है जिसको अगर हम दान के रूप में दें तो हम किसी की जान भी बचा सकते हैं रक्त का सुधारण अर्थ होता है खून हर एक मनुष्य के अंदर रक्त होता है यानी खून होता है जिसका रंग लाल होता है। अगर व्यक्ति रक्त का दान करता है तो उस व्यक्ति को महान माना जाता है क्योंकि उसके द्वारा दिए गए रक्त से किसी की जान बच सकती है इसलिए रक्तदान को एक महादान भी कहा जाता है।

रक्त के प्रकार -

हमारे शरीर में रक्त कई प्रकार का होता है उसके प्रकार को हम ग्रुप के नाम से जानते हैं जैसे कुछ मनुष्य के रक्त का ग्रुप A होता है और कुछ मनुष्य के रक्त B, AB और O भी होते हैं। यह सभी एक प्रकार के रक्त के ग्रुप हैं अलग-अलग मनुष्य के अंदर अलग-अलग रूप ग्रुप के रक्त होते हैं। और भारत में रक्तदान के लिए बड़े-बड़े शिविर भी लगाए जाते हैं । और इन शिविर में जितना भी रक्त इकट्ठा होता है उन सभी रक्त को एक ब्लड बैंक में रखा जाता है तो 1937 में शिकागो में सबसे पहला ब्लड बैंक स्थापित किया गया था।

रक्तदान करने के लिए 18 से 60 वर्ष की आयु वाले व्यक्ति को ही योग्य माना जाता है। आज के समय में रक्त की सबसे ज्यादा जरूरत बढ़ती जा रही है क्योंकि जैसे जैसे देश विकास कर रहा है देश की आबादी बढ़ती जा रही है और सड़कों पर वाहनों की संख्याएं बढ़ती जा रही हैं और जिस से अनेकों हादसे हो जाते हैं जिसमें रक्त की बहुत जरूरत पड़ती है कुछ व्यक्ति सड़क हादसे पर ही अपना दम तोड़ देते हैं परंतु कुछ लोगों को अस्पताल ले जाया जाता है और उनका खून ज्यादा बह जाने के कारण उनको और खून चढ़ाया जाता है।

हमारे भारत में बहुत से सैनिक हैं जो हमारे देश की रक्षा कर रहे हैं उनको अपनी जान की भी नहीं बल्कि इस देश की रक्षा की ज्यादा चिंता है और कई बार सैनिकों को भी खून की जरूरत पड़ती है और कुछ लोग कैंसर के मरीज होते हैं उनको भी खून की आवश्यकता होती है और कुछ मामलों में घर की महिलाओं को भी रक्त देना आवश्यक हो जाता है।

14 जून को रक्तदान दिवस मनाया जाता है। जो व्यक्ति रक्तदान करते हैं उनको कुछ समय के लिए कमजोरी महसूस होती है परंतु उन्हें घबराना नहीं चाहिए क्योंकि 24 घंटे के बाद दिए हुए रक्त की कमी पूरी हो जाती है और हमारा शरीर पहले की तरह काम करना शुरू कर देता है और कुछ लोगों में रक्त की कमी होती है तो वह रक्तदान नहीं कर सकते और उन्हें अपनी रक्त की मात्रा को बढ़ाने के लिए अच्छा खाना खाना चाहिए अनार का सेवन करना चाहिए और हरी सब्जियां खानी चाहिए जिससे उनका रक्त की मात्रा बढ़ जाए और उन्हें कमजोरी महसूस ना हो।

रक्त दान कब और कैसे -

एक व्यक्ति को 2 महीनों के बाद रक्तदान करना चाहिए क्योंकि रक्तदान के बहुत फायदे होते हैं इससे पूरा खून निकल जाता है और नया खून बनना शुरू हो जाता है जोकि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है इसलिए समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए और जिन लोगों को कोई बीमारी है जैसे कि एड्स, कैंसर , टीवी , बवासीर और शुगर आदि हैं तो उन व्यक्तियों को रक्तदान कभी भी नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर उनका रक्त किसी स्वस्थ व्यक्ति को दिया जाएगा तो यह बीमारियां उसको भी लग सकती हैं इसलिए हमेशा स्वस्थ व्यक्ति को ही रक्तदान करना चाहिए।

जैसा कि आप सब ने पढ़ा है कि हमारे रक्त में अलग-अलग ग्रुप होते हैं तो कभी भी किसी को अलग-अलग ग्रुप का रक्त नहीं चढ़ाना चाहिए अगर किसी का ग्रुप A है तो उसको A ग्रुप का ही रक्त चढ़ाया जाएगा और अगर किसी का B ग्रुप का रक्त है तो उसको B ग्रुप का रक्त चढ़ाया जाएगा। और O ग्रुप वाले अपना रक्त किसी भी ग्रुप वाले व्यक्ति को दे सकते हैं। 

इसीलिए हमें समय-समय पर अपने रक्त की जांच जरूर करवानी चाहिए और अगर किसी में 10 ग्राम से कम खून है तो उन्हें रक्तदान नहीं करना चाहिए और अगर जिसका रक्त 12 या 10 ग्राम से ज्यादा है उसे रक्तदान जरूर करना चाहिए ताकि मुसीबत में पड़े हुए लोगों की जान बचाई जा सके।

रक्तदान के बहुत फायदे हैं और हमें रक्तदान जरूर करना चाहिए और आजकल तो स्कूलों व कॉलेजों में भी रक्तदान के शिविर लगाए जाते हैं भारत सरकार द्वारा भी अनेकों शिविर लगाए गए थे तो हमें उन शिविर में जाकर समय-समय पर रक्तदान जरूर करना चाहिए ताकि जिससे हमारा और आगे वालों का भी लाभ हो और जिस भी व्यक्ति को रक्त की जरूरत है उसको रक्त चढ़ाया जा सके इसलिए हमें यह हमेशा यह बात याद रखनी चाहिए कि रक्तदान करना महान काम है और हमें रक्तदान में हर बार हिस्सा जरूर लेना चाहिए।
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