Coronavirus Essay | कोविड-19 पर हिन्दी में निबंध - Essay of Covid-19 in Hindi
कोविड-19 पर निबंध - Essay of Covid-19 in Hindi
कोविड-19 कोई खेल नहीं है, कोई समाचार नहीं है और ना ही कोई मनोरंजन का साधन है कोविड-19 एक प्रकार की बीमारी का नाम है जिसने 2019 में भारत में अपनी दस्तक दी । 2019 से पहले इस बीमारी का ना तो किसी को पता था और ना ही किसी ने यह शब्द सुना था और ना ही किसी स्कूलों , कालेजों में इसका जिक्र होता था। लेकिन आज के समय में कोविड-19 की बीमारी का नाम बच्चे बच्चे ने सुना है और इस बीमारी का डटकर सामना भी किया है।
आज से पहले भारत में बहुत सी बीमारियां आई और कुछ समय के बाद वह खत्म हो गई परंतु कोविड-19 एक ऐसी बीमारी आई जिसने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया यह बीमारी केवल भारत में ही नहीं बल्कि भारत के साथ जुड़े अनेकों देशों पर आई जो कि भारत का हिस्सा भी नहीं है कहा जाता है कि इस बीमारी का जन्म 2019 में चीन में हुआ था और यह धीरे-धीरे अपने पांव फैलाती गई और पूरे विश्व को इस बीमारी का सामना करना पड़ा। कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो समय समय पर आती हैं और खत्म हो जाती हैं जैसे की खांसी और जुकाम। परंतु कोविड की बीमारी देश में 2 साल तक रही। ऐसी बीमारी को बीमारी ना कहकर महामारी कहा जाता है जिसने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया। कुछ साल पहले यह भी एक बीमारी आई थी जिसका नाम प्लेग था परंतु यह कुछ देशों में फैली थी । कोविड-19 को हम कोरोना के नाम से भी जानते हैं यह एक प्रकार का वायरस है।
कोरोना के लक्षण -
कोरोना एक प्रकार का वायरस का नाम है जिस भी शरीर में यह वायरस फैल जाता है तो हम कहते हैं कि इस व्यक्ति को कोविड हो गया है जब भी किसी को कोविड होता है तो उसमें कई तरह के लक्षण देखे जाते हैं जैसे कि खांसी, जुकाम और बहुत तेज बुखार। यह लक्षण मानव शरीर में कई दिनों तक बना रहता है। और भी बहुत से लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे गले में दर्द, नाक में दर्द, सांस का फूलना आदि। कोरोना वायरस रोगी के फेफड़ों और हृदय को प्रभावित करता है जिससे रोगी को सांस लेने में परेशानी होती है और उसके खून में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत तेजी से बढ़नी शुरू हो जाती है और कुछ रोगियों को भयानक सिर में भी दर्द होता है और शरीर भी टूटा टूटा सा लगता है। यह वायरस मानव से मानव में फैलता है जिस भी मानव को कोरोना वायरस हो जाता है तो उस व्यक्ति के चिकने से या खांसने से यह वायरस फैलता है और दूसरे व्यक्ति मे…
जिस भी व्यक्ति को कोविड-19 हो जाता है उसका कोई भी इलाज नहीं होता। क्योंकि कोविड को ठीक करने के लिए अभी तक कोई भी दवाई नहीं बनी सिर्फ़ एंटीबायोटिक दवाइयां ही दी जाती हैं। और जिस व्यक्ति का इलाज समय पर हो जाए वह सुरक्षित बच जाता है नहीं तो कबीर के कारण बहुत से लोगों की मौत भी हो गई है।
जिस भी व्यक्ति को कोविड-19 हो जाता है उसको बुखार के लिए पेरासिटामोल दवाई दी जाती है अगर उस व्यक्ति को खांसी भी हो तो उसको खांसी के लिए कोई सिरप दिया जाता है और अगर किसी के रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाए उसको बढ़ाने के लिए विटामिन सी और डी की दवाई दी जाती है और कहा जाता है कि ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी पियो, गरम पानी के गरारे करो और स्वस्थ व्यक्ति से दूरी बना कर रखो और मास्क का प्रयोग करो।
भारत सरकार द्वारा दी गई सहायता -
भारत सरकार ने कोविड का इलाज करने के लिए जगह कॉमेडी शिविर लगाए और बहुत से चिकित्सालयों का निर्माण किया। और गरीब से गरीब व्यक्ति को घर-घर तक दवाइयां पहुंचाई और पूरे भारत में सभी लोगों का टीकाकरण किया गया और उनसे एक पैसा भी नहीं लिया गया। और भारत सरकार द्वारा घर-घर में सैनिटाइजर पहुंचाया गया ताकि लोग समय-समय पर अपने हाथों को साफ कर पाए और कॉविड की बीमारी से बच सकें।
कॉविड 19 के कारण बहुत से लोगों के व्यवसाय बंद हो गए सभी स्कूल सभी कॉलेज और सभी व्यवसाय स्थल बंद हो गए। परंतु भारत सरकार ने गरीब लोगों को फ्री में अनाज दिया और उनके घर घर तक पहुंचाया।
कोविड-19 से होने वाले नुकसान -
कोविड-19 के आने से सभी स्कूल कॉलेज बंद हो गए, और सभी कारखाने बंद हो गए जो भी व्यक्ति बाहर जाकर कार्य कर रहा था उनका कार्य घर से ही होने लगा और जो लोग मजदूरी करते थे उनको बहुत नुकसान हुआ। और जब यह कोरोना महामारी खत्म हो गई तो बहुत से लोग बेरोजगार हो गए जो पहले रोजगार करते थे उनसे उनका रोजगार भी छिन गया क्विड के आने से गरीब लोगों को बहुत नुकसान हुआ था।
स्कूल या कॉलेज बंद हो जाने पर भी सरकार ने बच्चों का नुकसान नहीं होने दिया। बच्चों की शिक्षा घर से ही शुरू की गई और बच्चों के पेपर भी घर पर ही लिए गए हमारी भारत सरकार ने कोरोना महामारी में सभी लोगों का बहुत साथ दिया है और आज हमारा भारत कोविड-19 से आजाद हो चुका है। परंतु हमें लापरवाह नहीं बनना जब भी किसी को जुकाम खांसी या बुखार आए तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं।